
सायरा खन्ना को पार्टियों में जाने का शौक नहीं था, लेकिन फैशन इंडस्ट्री का एक अनकहा नियम था—नेटवर्किंग ज़रूरी है। और शायद इसी वजह से वो अपने एक क्लाइंट की ग्रैंड पार्टी में पहुंची थी। हल्की ब्लैक ड्रेस, पर्फेक्ट मेकअप और हाथ में एक ड्रिंक के साथ वो वहां मौजूद थी। उसे बस वहां अपनी मौजूदगी दर्ज करानी थी और निकल जाना था।
थोड़ी ही देर बाद ,
सायरा को लगा कि उसके सिर में हल्का-हल्का चक्कर आ रहा है। ये अजीब था, क्योंकि उसने तो मुश्किल से कुछ ही घूंट लिए थे। उसे समझ नहीं आया कि ये सिर्फ थकान है या कुछ और... लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
शायद आज की रात कुछ ऐसा होने वाला था, जिसका अंदाजा खुद सायरा को भी नहीं था।।
थोड़ी देर बाद, एक कमरे के अंदर, जहां बाहर हवा ठंडी ठंडी बह रही थी, लेकिन उस कमरे में एक इंसान का जिस्म एक अलग ही गर्मी से झुलस रहे थे। एहान राठौड़ नाम का एक लड़का दीवार के सहारे खड़ा था, उसकी आँखें थोड़ी बोझिल हो रही थीं, लेकिन जब उसने सामने खड़ी सायरा को देखा, तो उसकी आंखों में एक अजीब-सी कशिश चमक उठी थी।।
"तुम भी... थोड़े अजीब महसूस कर रही हो?" एहान ने धीमे से अपने सामने खड़ी लड़की से पूछा, उसकी आवाज़ में एक हल्का खुमार था।
सायरा ने आँखें बंद की और गहरी सांस ली। "कुछ... ठीक नहीं लग रहा।"
एहान हल्का-सा मुस्कुराया, उसका हैंडसम चेहरा चांदनी में और निखर रहा था। "तो शायद... हमें इस अजीब एहसास का मज़ा लेना चाहिए?" उसने सायरा की कलाई पकड़ ली, उसकी उंगलियों का स्पर्श गर्म था।हम
सायरा ने होंठों को हल्का-सा खोला, मानो कुछ कहने वाली हो, लेकिन एहान ने अपनी उंगली उसके होठों पर रख दी। "श्श्श... सिर्फ इस पल को जीने दो।"
और फिर... नशे की धुंध में, दिलों ने वो सच कबूल कर लिया, जिसे होश में रहते वे कभी मान नहीं पाते।
सायरा की आँखें भारी हो रही थीं, लेकिन एहान की गहरी नजरों की तपिश उसे जगाए रख रही थी। दोनों नशे में थे—शराब के और उस अनकहे खिंचाव के, जो उन्हें करीब ला रहा था। बैकयार्ड की ठंडी हवा भी उनके बीच बढ़ती गर्मी को कम नहीं कर पा रही थी।
एहान ने सायरा की कलाई पकड़ी और हल्के से अपनी तरफ खींच लिया।
"क्या कर रहे हो?" सायरा की आवाज़ धीमी थी, लेकिन उसका दिल ज़ोर से धड़क रहा था।
"जो शायद होश में होते तो कभी नहीं करते…" एहान की सांसें उसकी गर्दन के पास गर्माहट छोड़ रही थीं।
सायरा की पीठ दीवार से लग चुकी थी, और एहान दोनों हाथ दीवार पर टिकाए उसे कैद कर चुका था। उनकी आंखें आपस में उलझ चुकी थीं—सायरा की हल्की झिझक और एहान की बेताब चाहत।
"तुम्हें पता है, तुम इतनी करीब होती हो तो…" hmmm hhhh एहान की आवाज़ गहरी थी, उसके होंठ सायरा के जबड़े के पास से फिसलते हुए कानों तक आ गए। "सांस लेना मुश्किल हो जाता है।"
सायरा ने होंठ भींच लिए, लेकिन नशे ने उसके दिमाग को सुस्त कर दिया था। उसके अंदर का तर्क धीरे-धीरे पिघल रहा था, जैसे एहान की उंगलियां उसकी कमर पर सरकती जा रही थीं।
"एहान…" उसकी आवाज़ में कंपन था, लेकिन एहान ने धीरे से उसकी ठोड़ी ऊपर कर दी।
"एक रात… बस एक रात के लिए अपने सारे डर छोड़ दो, सायरा।" उसकी आवाज़ में एक वादा था, एक अजीब-सा खिंचाव, जिससे सायरा चाहकर भी खुद को नहीं रोक पाई।
एहान ने धीरे-धीरे अपना चेहरा झुकाया, और उनके होंठ कुछ सेंटीमीटर की दूरी पर रुक गए। उसकी सांसें सायरा की सांसों से उलझ रही थीं। सायरा ने आँखें बंद की, और अगले ही पल एहान के होंठों ने उसे उसकी आखिरी झिझक से आज़ाद कर दिया।
उनके बीच अब सिर्फ आग थी… एहान की उंगलियां उसकी कमर से उसकी पीठ तक सरक रही थीं, सायरा की उंगलियां एहान की शर्ट की कॉलर को जकड़ रही थीं। होंठों की हल्की कंपन से शुरू हुई ये दीवानगी, धीरे-धीरे पूरी तरह बेकाबू होने लगी।
नशे में धुत्त, दोनों की धड़कनें इतनी तेज़ हो चुकी थीं कि सिर्फ महसूस की जा सकती थीं। एहान ने सायरा को अपनी बाहों में समेट लिया, और उसके नर्म गले पर हल्के किस छोड़ते हुए फुसफुसाया—"अब तुम सिर्फ मेरी हो, सायरा।"
और उस रात, उन्होंने वो हदें पार कर दीं, जिनकी इजाज़त शायद होश में रहकर कभी न देते…
डियर रीडर्स तो plz आप सभी अपने कमेंट्स करके अपनी राय जरूर देना। थैंक्यू 🙏🙏

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