Accidentally yours
एक अधूरी कसम… एक अनचाहा रिश्ता… और एक अनजाने मोड़ पर हुई दो दिलों की दोबारा मुलाकात।
18 साल की सीधी-सादी बेला रावत की शादी 20 साल के रिवांश कुंद्रा से एक वचन के तहत होती है। लेकिन वचन निभाने के नाम पर रिवांश उसे अपनाने से इनकार कर देता है, और बिना कोई सफाई दिए उसे हमेशा के लिए छोड़ देता है।
एक साल बाद, वही दो अनजान से अजनबी… एक ही छत के नीचे, बंगलौर के मशहूर IIT कॉलेज में आमने-सामने आ खड़े होते हैं।
क्या पुराना दर्द फिर से ताजा होगा?
या किसी अनदेखे मोड़ पर रिश्ता नया रंग लेगा?
जब नफरत और फर्ज़ के बीच दिल एक बार फिर दखल देने लगे… तब कहानी बस ‘Accidentally yours 'नहीं रहती—वो बन जाती है तक़दीर की लिखावट।
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